Sachchi Aur Romanchak Kahaniyan
- Author: Naresh Saxena
- Illustrator: Various
- Publisher: Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust
- Product Code: Story Collection
- Availability: In Stock
जगह बदलते ही चीज़ें किस तरह बदल जाती हैं। डिब्बे के भीतर, मुझये सिर्फ चार पाँच इंच दूर हवा गुनगुनी थी। बिस्तर था, कम्बल था और मैं बाहर सिर्फ पाज़ामा कुर्ता पहने रेल के दरवाज़े से लटका ठण्ड से सिहर रहा था। सिर्फ चार इंच की दूरी ने जीवन को मौत की और धकेल दिया था। और ये चार इंच पार करना असंभव था।
इस संकलन में नामचीन कवि नरेश सक्सेना के जीवन की सच्ची और रोमांच से भरी कहानियाँ हैं। इनमें जिजीविषा, साहस और बूझ भी है।
Age | |
Age | 9+ |
Book Details | |
Author | Naresh Saxena |
Illustrator | Various |
Publisher | Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust |
Year | 2024 |
Binding | Paperback |
ISBN | 978-81-9703-273-8 |
Language | Hindi |
No. of Pages | 48 |
Size | 9.25x7.50 inches |
Colour | Four Colour Print |
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Tags: Books, Story Collection, Fiction, Stories
Tags: Books, Story Collection, Fiction, Stories