सेकेण्ड से लेकर साल तक समय नापने के पैमानों के कितने नाम हैं!
हर पैमाने का एक, अपने से छोटे कुछ पैमानों से बनता है, जैसे साल बारह महीनों से मिलकर बनता है। गुलज़ार ने इस बात से एक कविता बुनी है। घड़ी घड़ी इसी कविता की किताब है।
Lakdi ki kathi... jungle jungle baat chali hai... are beautiful poems penned by Gulzar.Same play, tone, freshness, rhythm and a permissive language ma..
ज़मीं को जादू आता है!नहीं तो बाँस फीका, सख्त और गन्नों में रस क्यों है?Zameen Humko Ghumati Hai is an illustrated long poem. An unrivaled book from the..
छोटी-सी दुनिया मेरी इतनी बड़ी है, आँख की कटोरियों में आके खड़ी है...The second book in the 'Samay Post' series. Gateway to Gulzar's lyrical world.Duniya..
Gulzar's witty creation for children. Antagafil's neighbours manage to convince him to marry. But Antagafil is forever lost in his thoughts. He is als..
हकीम अण्टा गफील अपने मरीज़ों के पास घोड़े से आते-जाते हैं। बीते जमाने की सवारी पर सवार रहते हैं तो जाहिर है खुद भी पुराने होंगे। भले आदमी हैं, हकीम ह..
गुलज़ार की यह नज्म कहती है कि कौए पहले कई रंगों के होते थे। अब तो सिर्फ काले कौए दिखते हैं। यह कैसे हुआ कि सब काले हो गएॽ काले रंग की किस खूबी ने कौओं..