बन्तू के घर एक कुर्सी है। वह कहानियाँ सुनाती है इसलिए करामाती तो है ही। पर एक कुर्सी को कहानियाँ सुनाने की ज़रूरत क्यों पड़ीॽ ये कहानियाँ उसे किसी से मिली हैं या कुर्सी ने खुद बुनी हैंॽ
प्रसिध्द कवि राजेश जोशी का यह उपन्यास पाठकों को करामात की तह तक ले जाता है। रहस्य जानने की इस यात्रा के रास्ते दिलचस्प और अनूठे हैं।
आपने कितने फूलों की बात सुनी हैॽ कितनों के पास दो घड़ी रहे हैंॽ फूल हो कि कुछ और हम कुछ के नाम ही जानते हैं। सिर्फ कुछ को जानने से सिर्फ कुछ ही ‘खास’ ..
कथा शुरू ऐसे होती है ……….एक है घोड़ा दो सवार हैं ….तीन लोक के चार द्वार हैं। यह अपनी हरियाली के लिये अपना बादल आप बनाने के सफर का किस्सा है। भटक भटक ..
शिराज़ हुसैन की खासियत यह है कि उनको अपने अनुभव जगत का एक एक दृश्य और आवाज़ ऐसे याद है जैसे कल ही की बात हो। लूनर स्वाइल की कहानियों की बुनाई इन्ही..
यह उस समय की कहानी है जब पेन में स्याही भरी जाती थी। दो स्कूल जाते बच्चे बेला और साहिल दोस्त हैं। प्रेम के बिना दोस्ती नहीं होती; तो कह सकते हैं ..
भालू का नाखून की कहानियों के लेखक ऋषि साहनी एक घुमक्कड़ और चित्रकार भी हैं। इस संकलन की कहानियाँ उनको पहाड़ों और दुर्गम रास्तों पर घूमते हुए मिली है..
लोक के विलोप की भाषा में कहा जाता है “भैंस दूध देती है।” लोक की भाषा में भैंस क्या काम आती है, यह बाद की बात होती है। पहले भैंस का एक नाम होता है। उस..